चीनी मिल ने नहीं दिया 22 हजार किसानों का 106 करोड़ रुपये, पुलिस ने भी दर्ज मुकदमे में लगा दी अंतिम रिपोर्ट, अब कैसे मिलेगा किसानों को न्याय 2019 में किसान रामपाल सिंह ने मिल प्रबंधन पर दर्ज कराया था मुकदमा, पिछले साल सितंबर माह में रामपाल सिंह का हो गया था निधन अब किसानों के मुकदमे को लड़ेंगे अधिवक्ता प्रणव सिंह, 4 अक्टूबर को होगी अगली सुनवाई
रुड़की: सात साल से इकबालपुर चीनी मिल से 106 करोड़ बकाया भुगतान की आस लगाए बैठे 22 हजार किसानों के साथ पुलिस भी इंसाफ नहीं कर सकी। सड़क से लेकर विधानसभा के बीच गूंजने वाले आवाज को दर किनार करते हुए झबरेड़ा थाना पुलिस ने मामले में अंतिम रिपोर्ट लगा दी। किसी को पता ना चले, इसलिए पूरे मामले को बेहद गोपनीय रखा गया। लगातार तारीख पर जा रहे किसान की पिछले साल मौत हो गई तो अंतिम रिपोर्ट अदालत में पहुंच गई। किसानों की लड़ाई लड़ने वाले अधिवक्ता को इस बारे में जानकारी मिली तो उन्होंने अदालत में अपना पक्ष रखने की मांग की। जिस पर अपर सिविज जज द्वितीय ने 4 अक्टूबर को किसान का पक्ष सुनने की तारीख दी है।
12 अक्टूबर 2019 को इकबालपुर क्षेत्र के देवपुर गांव के पूर्व प्रधान रामपाल सिंह ने चीनी मिल मालिक अंजली साहनी, श्रेया साहनी, प्रबंधक अखिलेश मिश्रा, पंकज गोयल के खिलाफ झबरेड़ा थाने में एक मुकदमा दर्ज कराया। उन्होंने बताया कि मिल प्रबंधन ने उनका और क्षेत्र के हजारों किसानों का गन्ना 15 दिन की उधारी पर खरीदा था। अभी तक किसानों का भुगतान नहीं किया गया है। भुगतान नहीं होने के चलते वह बच्चों की फीस जमा नहीं कर पा रहा हैं और आत्महत्या करने को मजबूर है। इसी बीच चीनी मिल प्रबंधन ने किसान रामपाल सिंह के खाते में उनका बकाया भुगतान डाल दिया। जिसका रामपाल सिंह ने विरोध किया। इसी बीच पुलिस ने चुपके से इस मामले में अंतिम रिपोर्ट लगा दी हैं और मामला अदालत को भेज दिया है। जबकि किसान रामपाल सिंह की मौत 25 सितंबर 2023 को हो गई। यह अंतिम रिपोर्ट द्वितीय अपर सिविल जज नवल बिष्ट की अदालत में है। अदालत से नोटिस जारी हुए। इसी बीच किसानों की लड़ाई लड़ने वाले अधिवक्ता प्रणव सिंह को इस बात की जानकारी मिली तो उन्होंने आपत्ति जताईञ इस मामले में अदालत की ओर से अब चार अक्टूबर सुनवाई की तारीख तय की है। वहीं मृतक किसान के बेटे पदम सिंह भाटी का कहना है कि वह पिता की लड़ाई को जारी रखेंगे।
© News Room Express. All Rights Reserved. Design by Xcoders Technologies