ऊधमसिहंनगर: वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा के कुशल नेतृत्व पुलिस ने 'मायावी इच्छाधारी बाबा' शातिर ठग को गिरफ्तार कर लिया है, जिसने अपनी 'मायावी' कलाओं और भ्रामक तरीकों से
करोड़ों रुपये की ठगी की थी। यह स्वयंभू बाबा, जो बरेली के पीर जुनैद से 'वशीकरण युक्त रहस्यमय कलाएं' सीखने का दावा करता था, अब पुलिस की गिरफ्त में है। एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने बताया कि यह 'इच्छाधारी बाबा' केवल एक धोखेबाज नहीं, बल्कि ठगी का एक माहिर कलाकार था, जिसके
पास लोगों को अपने जाल में फंसाने के कई शातिराना तरीके थे। यह इच्छाधारी बाबा एक सफल और धनी व्यवसायी का रूप धारण करता था। महंगे कपड़े, चमकती हुई किराए की गाड़ियां, और एक प्रभावशाली बोलचाल उसे आम लोगों के बीच एक विश्वसनीय और संपन्न व्यक्ति के रूप में प्रस्तुत करती थी। वह खुद को एक आध्यात्मिक गुरु बताता था, जो लोगों की समस्याओं का समाधान कर सकता है,
लेकिन उसका एकमात्र मकसद ठगी करना था। यह 'बिजनेसमैन बाबा' का गेटअप लोगों को यह विश्वास दिलाता था कि वह न केवल आध्यात्मिक रूप से शक्तिशाली है, बल्कि आर्थिक रूप से भी संपन्न है, जिससे लोग उसकी बातों में आसानी से आ जाते थे। पुलिस ने आरोपी रामभक्त को डिग्री कॉलेज, रामपुर रोड, रुद्रपुर के पास से गिरफ्तार कर लिया गया।
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